Motivational sayri, Deep lines sayri, 2lines sayri

Motivatio nal sayri, Deep lines sayri, 2lines sayri सुना है आज वो फिर अपना मुकद्दर की तलाश में हैं, मुकद्दर मंजिल का सफ़र करना पड़ता है जनाब। तकदीर अपनी खुद की नवाबों जनाब, हर किसी की कहानी को अपने से मत आंका करो। याद रखना जनाब चलती हुई कस्ती किनारे की तरफ़ ले ही जाती हैं, इसीलिए लगातार मेहनत करो जनाब। मनुष्य 2 वक्त की रोटी के लिए, पूरी जिंदगी मंजिल की तलाश में भटकता रहता है। अपनी कहानी खुद अपने सर्वश्रेष्ठ सफ़र पर अदा करो।
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